You will be redirected shortly...
Stay on this page, and you will be redirected to an interesting article automatically.
बिहार राज्य में भूमि से जुड़ी प्रक्रियाओं को डिजिटल रूप देने के लिए एक नई पहल शुरू की गई है। इसमें सभी लोगों को अपने जमीन के दस्तावेजों से आधार और मोबाइल नंबर जोड़ने की जिम्मेदारी दी गई है। इसका मुख्य कारण यह है कि इससे स्वामित्व संबंधी जानकारी में पारदर्शिता बनी रहे और किसी प्रकार की गड़बड़ी को रोका जा सके।

आधार और मोबाइल लिंक क्यों जरूरी है?
- जमीन के मालिक की पहचान स्पष्ट हो सकेगी।
- किसी दूसरे व्यक्ति के नाम से धोखाधड़ी रुक सकेगी।
- संबंधित सूचनाएं सीधे मोबाइल पर मिलेंगी।
- भूमि विवाद में वास्तविक मालिक का अधिकार साबित करना आसान होगा।
किन्हें जोड़ना है आधार?
राज्य के हर उस नागरिक को, जिसके नाम जमीन है, यह कार्य पूरा करना अनिवार्य है। जिन लोगों की जमीन के रिकॉर्ड में पहले से लिंकिंग हो चुकी है, उन्हें दोबारा कुछ करने की आवश्यकता नहीं है।
कैसे पता करें कि आपकी जमीन से आधार जुड़ा है या नहीं?
चरण | विवरण |
---|---|
1 | राज्य की आधिकारिक भूमि वेबसाइट पर जाएं |
2 | “Aadhar Seeding Status” वाले विकल्प पर क्लिक करें |
3 | अपनी जमाबंदी संख्या दर्ज करें |
4 | जानकारी स्क्रीन पर दिखेगी |
अगर आधार लिंक नहीं है तो क्या करें?
अगर आपकी जमीन के रिकॉर्ड से अभी तक आधार जुड़ा नहीं है, तो नजदीकी ब्लॉक ऑफिस जाना होगा। वहां पर यह कार्य पूरी तरह निशुल्क किया जाता है।
आवश्यक दस्तावेज:
- आपकी भू-रसीद (जमीन रसीद)
- आधार कार्ड की कॉपी
प्रक्रिया के कदम:
- ब्लॉक ऑफिस में जाकर संबंधित अधिकारी से संपर्क करें।
- दस्तावेज जमा करें।
- आधार नंबर को रिकॉर्ड में जोड़ने की प्रक्रिया वहीं पर पूरी कर दी जाएगी।
मोबाइल नंबर लिंक करना
मोबाइल नंबर को जोड़ने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की गई है।
चरण | विवरण |
---|---|
1 | आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं |
2 | “SMS सेवा अलर्ट” विकल्प पर क्लिक करें |
3 | रजिस्ट्रेशन करके लॉगिन करें |
4 | जमीन संबंधी जानकारी दर्ज करें |
5 | मोबाइल नंबर जोड़ा जाएगा |
क्या मोबाइल नंबर लिंक करना जरूरी है?
जी हाँ, इससे जमीन से जुड़ी सभी सूचनाएं सीधे मोबाइल पर मिलती हैं। उदाहरण के लिए, जब कोई दस्तावेज अपडेट होगा, तो उसका अलर्ट आपको प्राप्त होगा।
लाभ क्या होंगे?
- जमीन के गलत इस्तेमाल को रोका जा सकेगा।
- सरकार की ओर से दी जाने वाली योजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा।
- कोई तीसरा व्यक्ति आपकी जमीन पर दावा नहीं कर सकेगा।
कैसे पता करें कि मोबाइल नंबर जुड़ गया है या नहीं?
आपको वेबसाइट पर जाकर लॉगिन करना होगा और संबंधित पेज से यह जानकारी मिल जाएगी।
निष्कर्ष:
यह पहल न केवल पारदर्शिता लाती है बल्कि जमीन के मालिक को भी सुरक्षा देती है। अगर आप बिहार के निवासी हैं और आपकी जमीन है, तो यह प्रक्रिया अवश्य पूरा करें ताकि भविष्य में किसी भी परेशानी से बचा जा सके।
प्रश्नोत्तरी तालिका (एग्जाम पैटर्न आधारित)
प्रश्न | उत्तर विकल्प |
---|---|
बिहार में भूमि रिकॉर्ड से आधार लिंकिंग का कार्य किस उद्देश्य से किया जा रहा है? | पहचान स्पष्ट करने के लिए |
क्या यह प्रक्रिया निशुल्क है? | हाँ |
आधार लिंक करने के लिए कहाँ जाना होता है? | ब्लॉक कार्यालय |
मोबाइल नंबर कैसे लिंक किया जाता है? | ऑनलाइन प्रक्रिया से |
अगर रिकॉर्ड में आधार जुड़ा है तो क्या करना होगा? | कुछ नहीं, स्थिति जांचें |